इल्तुतमिश
समय काल- 1211-1236ई.
- जाति इल्बरी तुर्क
- इल्तुतमिश का अर्थ साम्राज्य का रक्षक
- डॉ ईश्वरी प्रसाद के अनुसार इल्तुतमिश गुलाम वंश का वास्तविक संस्थापक था|
- राजधानी लाहौर से दिल्ली स्थान्तरित की थी|
- इल्तुतमिश ऐबक का दास तथा दामाद था|
- इल्तुतमिश को ऐबक ने अन्हिलवाडा के युद्ध के बाद खरीदा था|
- दिल्ली का पहला सुल्तान इल्तुतमिश था|
- गुलामो का गुलाम इल्तुतमिश को कहा जाता हें|
- इल्तुतमिश ने चांदी का प्रथम मानक सिक्का टंका व ताबे का सिक्का जीतल चलाया था|
- विदोशो में प्रचलित टंको का टकसाल का नाम लिक्जने कि परम्परा को भारतवर्ष में प्रचलित करने का श्रेय इल्तुतमिश को जाता हे|
- इल्तुतमिश ने 40 मुख्य सरदारों को चुनकर महत्वपूर्ण मुख्य प्रशासनिक पदों पर नियुक्त किया जो चहलगानी के नाम से प्रसिद्ध थे|
- इब्नबतूत के अनुसार इल्तुतमिश ने अपने महल में दो शेरो कि मुर्तिया स्थापित करायी थी जिनके गले में दो घंटिया लटकी हुई थी, जिनको कोई भी व्यक्ति इल्तुतमिश से न्याय मांग सकता था|
- इल्तुतमिश ने दो कोलेजो कि स्थापना की म्युजिया कोलेज तथा नासीरिया कोलेज
- इल्तुतमिश कि म्रत्यु 1236ई.