रामगोपालाचारी फार्मूला 1944
प्रावधान
- मुस्लिम लिंग को राष्ट्रीय आन्दोलन में कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए|
- मुस्लिम बहुमूल्य क्षेत्रों में जनमत संग्रह करवाया जायेगा|
- जनमत सग्रह से पहले सभी राजनितिक दल अपनी विचारधारा का प्रचार प्रसार कर सकते है|
- विभाजन की स्थिति में साझे संघ का गठन किया जायेगा जिसमे रक्षा,संचार व विदेश एक साथ रखे जायेगे|
- ये सभी प्रावधान अंग्रेजो के जाने के बाद लागु किए जायेगे|
- कांग्रेश ने इन प्रस्तावों को स्वीकार कर लिया|
- गाँधी जी ने इसके लिए जिन्ना को मनाने की कोशिश की तथा जिन्ना को कायदे आजम (Great leader) कहा लेकिन स्वीकार नहीं किया|
जिन्ना की मांगे
- जिन्ना ने साझे संघ को अस्वीकार कर दिया|
- पूर्वी तथा पश्चिमी पाक को मिलाने के लिए जिन्ना ने गलियारे की मांग की|
- जनमत संग्रह में केवल मुस्लिम की राय पूछी जानी चाहिए|
- जनमत संग्रह से पहले केवल मुस्लिम लिंग प्रचार कर सकती हे|
- जिन्ना ने अंग्रेजो से मांग की बांटो तथा जाओ