विश्व ब्रेल दिवस
4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जाता हें | लुई ने मात्र 15 वर्ष की आयु में ब्रेल लिपि की खोज की थी | ब्रेल क्या हें, ब्रेल दरअसल एक दुर्घटना के करण उनकी देखने की क्षमता छीन गई थी , जिसके बाद उन्होंने ये अद्भुत खोज की ब्रेल लिपि के अविष्कार के बाद दुनिया में नेत्रहीन ,द्र्ष्टीहीन लोगो की जिन्दगी काफी हद तक आसान हो गई| इसकी मदद से ऐसे कई लोग अपने पेरो पर खड़े हो सकते हें , आपको बता दे कि ब्रेल एक तरह का कोड हें , जिसे अक्सर भाषा के तौर पर इस्तमाल किया जाता हें | बेल लिपि पर उभरे हुए बिंदुओं से एक कोड बनया जाता हें , जिसमे 6 बिन्दुओ की तीन पंक्तिया होती हें इन्ही में इस पुरे सिस्टम का कोड छिपा होता हें| कहा जाता हें कि बेल लिपि का आईडिया लुई बेल के दिमाग में नेपोलियन की सेना के केप्टन बब्रियर की बजह से आया , जो उनके स्कूल के समय पर आए थे | उन्होंने बच्चो के साथ नाइट राइटिंग नाम की तकनीक साझा की थी जिसकी मदद से सेनिक दुश्मनों से बचने के लिए कि जाती थी इसके तहत वे उभरे हुए बिन्दुओ में गुप्त सन्देश का आदन प्रदान करते थे